Rapunzel ki Kahani (रॅपन्ज़ेल की कहानी ) in Hindi for Kids. Story of Rapunzel in Hindi (स्टोरी ऑफ़ रॅपन्ज़ेल इन हिंदी ) for every kid who loves stories during the bed time. (Updated December 2019)
Rapunzel ki Kahani -
Rapunzel ki Kahani- कहानी के पात्र-
- रॅपन्ज़ेल
- रॅपन्ज़ेल के माता और पिता
- बूढी जादूगरनी
- राजकुमार
- प्यारे से जुड़वाँ बच्चे
कुछ समय पहले की बात है – एक गाँव में पति-पत्नि रहते थे. वह दोनों ही अपने जीवन में बहुत ख़ुश थे. लेकिन उन्हें बस एक ही चिंता थी. वह यह के उनकी कोई संतान नहीं थी.
पत्नी हर समय एक संतान की आस में दु:खी रहती थी. ऐसे में उसका पति उसको दिलासा देता कि जरूर ही एक दिन ईश्वर उनकी ये इच्छा अवश्य पूरी करेगा.
उनके घर के पास एक सुंदर सा बगीचा था. उस बगीचे के बीचों-बीच एक दुष्ट बूढ़ी जादूगरनी का निवास था. पत्नी अक्सर अपने घर की खिड़की से उस बगीचे में खिले सुंदर फूलों को निहारा करती थी. एक दिन अचानक उसे पता चला कि वह गर्भवती है.
तुरंत ही उसने जब ये बात अपने प्यारे पति को बताई और वह दोनों बहुत ख़ुश हुए. उन्होंने ईश्वर को धन्यवाद दिया. पति ने वादा किया के अब पत्नी का बहुत ख्याल रखेगा और उस दिन के बाद वह ज्यादा ख्याल रखने लगा. वह हर छोटी बड़ी इच्छा पूरी करता था . एक पत्नी को अपने घर की खिड़की से जादूगरनी के बगीचे में रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) के पत्ते दिखाई पड़े. वे पत्ते बहुत ही हरे और ताज़ा लग रहे थे, जिसे देख उसे खाने का मन हुआ.
कुछ जगह ऐसी मान्यता है रॅपन्ज़ेल के पत्ते खाने से गर्भवती महिला स्वस्थ और सुंदर बच्चे को जन्म देती है. उसने यह अध्भुत इच्छा अपने पति को बताई और उसे उस बगीचे से रॅपन्ज़ेल के पत्ते तोड़कर लाने को कहा.
(Rapunzel ki Kahani)
रॅपन्ज़ेल स्टोरी | Rapunzel ki Kahani -
पति हर इच्छा पूरे करने का वादा कर चुका था परन्तु जादूगरनी के डर से वह कुछ हिचका ज़रूर . लेकिन वह अपनी पत्नि की बात कैसे टाल सकता था?
अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करने के इरादे से वह उस बगीचे में घुस गया. मगर जैसे ही उसने रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) के पत्ते तोड़ने की कोशिश की, जादूगरनी उसके सामने आ गई. जादूगरनी उस पर बहुत ही गुस्सा थी.
पति उसके सामने क्षमा मांगने लगा. उसने जादूगरनी को बताया कि उसकी पत्नि रॅपन्ज़ेल के पत्ते खाना चाहती है. उसकी इस इच्छा को पूरा करने ही वह इस बगीचे में आया है.
उसे विश्वास नहीं हुआ मगर जादूगरनी ने उसे रॅपन्ज़ेल के पत्ते ले जाने दिए. लेकिन इस शर्त पर कि जब उसकी पत्नि बच्चे को जन्म देगी, उस दिन वह उस बच्चे को ले जायेगी. उस समय डर के मारे पति ने ये शर्त मान ली और रॅपन्ज़ेल के पत्ते लेकर घर आ गया.
उस दिन के बाद से वह हर रोज़ रॅपन्ज़ेल के पत्ते तोड़कर अपनी पत्नि के लिए लाने लगा. वह उन पत्तों को बड़े ही शौक से खाती थी . तभी कुछ महिनों बाद बहुत सुंदर बच्ची का जनम हुआ. और जादूगरनी को ये पता चल गया, वह अपनी शर्त के अनुसार उस बच्ची को लेने उनके घर पहुँच गई. अपना वचन निभाते हुए उन्होंने रोते रट उसे वह बच्ची दे दी.
Rapunzel Story in Hindi (Rapunzel ki kahani)
जादूगरनी ने उस बच्ची का नाम रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) रखा. धीरे धीरे बड़ी होकर रॅपन्ज़ेल एक बहुत ही सुंदर लड़की बन गई. उसके १२ वर्ष की होने पर जादूगरनी उसे एक मीनार पर ले गई और वहाँ बंद कर दिया. उस मीनार में न दरवाज़ा था, न ही सीढ़ी. बहुत ऊँचाई पर एक छोटी सी खिड़की थी.
रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) के बाल घने और लंबे थे. जब भी जादूगरनी को उससे मिलने का मन होता, वो चिल्लाती, “रॅपन्ज़ेल! अपने बाल नीचे को छोड़ो.” तुरंत ही रॅपन्ज़ेल अपने लंबे बाल नीचे लटका देती और हेल्गा उसके सहारे चढ़कर मीनार की खिड़की तक पहुँच जाया करती थी.
अधिकतर जादूगरनी खाना देने दोपहर में रॅपन्ज़ेल के पास जाती थी एवं बाकी समय रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) अकेली रहती थी. रॅपन्ज़ेल को उस मीनार में कई साल से बंद रहकर बहुत दु:खी थी.
Rapunzel ki Kahani
Rapunzel Story in Hindi (Rapunzel ki kahani)
हर किसी की तरह वह भी बाहर की दुनिया को देखना चाहती थी. उसके कई बार कहने पर भी बूढ़ी जादूगरनी उसे मीनार से बाहर ले जाने को तैयार नहीं हुई. रॅपन्ज़ेल की आवाज़ बहुत मधुर थी. वह अधिकतर खिड़की पर बैठकर गाना गुनगुनाया करती थी. एक दिन जब खिड़की में बैठी गाना गा रही थी, तभी वह से एक राजकुमार गुजरा. राजकुमार जंगल में शिकार खेलने के लिए आयाथा.
“इतनी मधुर आवाज़ किसकी है ?” यह कहकर सुरीली आवाज़ सुनकर वह मीनार की तरफ गया. लेकिन उसके पास पहुँचते ही गाने की आवाज़ बंद हो गई. तभी उसे एक खतरनाक सुनाई दी. “रॅपन्ज़ेल! अपने बाल नीचे छोड़ो.” बूढी जादूगरनी चिल्ला रही थी.
तुरंत ही बाल नीचे आये और वह पकड़कर ऊपर चढ़ने लगी. यह देखकर राजकुमार दंग रह गया. पेड़ की ओट में छिपकर देख रहा राजकुमार भी सुरीली आवाज़ वाली लड़की को देखने की इच्छा में मीनार के नीचे पहुँचा और चिल्लाया – “रॅपन्ज़ेल! अपने बाल नीचे छोड़ो.”
हरबार की तरह, तुरंत ही सुनहरे बाल नीचे आये. अब राजकुमार भी उसे पकड़कर मीनार की खिड़की से अंदर आया, तो रॅपन्ज़ेल घबरा गई. राजकुमार ने उससे बहुत ही प्यार से कुछ बात की और रॅपन्ज़ेल का सारा डर निकल गया. राजकुमार के कहने पर उसने उसे गाना सुनाया, राजकुमार रोज़ रॅपन्ज़ेल से मिलने आने लगा और उसे रॅपन्ज़ेल से प्यार हो गया था.
कुछ दिन बाद उसने रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा और रॅपन्ज़ेल ने ख़ुशी ख़ुशी स्वीकार कर लिया.
Rapunzel ki kahani - With Morale
राजकुमार रॅपन्ज़ेल को अपने साथ ले जाने के लिए से मीनार से बाहर निकलने का रास्ता पूछता है , तो रॅपन्ज़ेल बोलती है – “यह तो मुझे नहीं पता. जादूगरनी मेरे बालों के सहारे ही यहाँ आती है.”
वह दोनों वहां से बहार निकलना चाहते थे, इसलिए रॅपन्ज़ेल ने राजकुमार से कहा कि वह उसके लिए रेशम के धागे रोज़ लेकर आये और वो उन धागो से नीचे उतरने के लिए सीढ़ी बनाएगी.
उसकी बात मानते हुए राजकुमार रोज़ रेशम के धागे लाने लगा और रॅपन्ज़ेल उससे सीढ़ियाँ बुनने लगी. कुछ दिनों के बाद रॅपन्ज़ेल गर्भवती हो गई और इसलिए वह जल्द जी मीनार की कैद से बाहर निकलना चाहती थी.
एक दिन बूढ़ी जादूगरनी ने राजकुमार को मीनार पर चढ़ते हुए देखा लिया. रॅपन्ज़ेल के धोखे से वह क्रोधित हो गई. अगले दिन जब वह रॅपन्ज़ेल के पास खाना देने आई तो उसने उसके बाल काट दिए. उसे रेगिस्तान में छोड़ दिया.
अगली शाम हर रोज़ की तरह राजकुमार रॅपन्ज़ेल से मिलने आया और चिल्लाया, “रॅपन्ज़ेल! बाल छोडो.” जादूगरनी ने रॅपन्ज़ेल के कटे हुए बाल नीचे लटका दिए. राजकुमार जब उसे पकड़कर मीनार पर पहुँचा तो जादूगरनी को देखकर घबरा गया. पूछा, “रॅपन्ज़ेल कहाँ है?” जादूगरनी बोली, “वह गयी और अब वो तुम्हें नहीं मिलेगी.” यह बोल उसने राजकुमार को मीनार से धक्का दे दिया.
Rapunzel ki Kahani continues
Rapunzel ki kahani - With Morale
राजकुमार नुकीली झाड़ियों पर गिरा और कांटे उसकी दोनों आँख में चुभ गए जिससे उसे दिखाई देना बंद हो गया. वह तड़पता हुआ भटकने लगा. कई साल बीत गए और भटकते-भटकते वह उसी रेगिस्तान पहुँच गया रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) को छोड़ा था. उसे गाने की सुरीली आवाज़ सुनाई पड़ी और उस आवाज़ को पहचान गया के वो रॅपन्ज़ेल की आवाज़ थी.
आवाज़ की दिशा में चिल्लाते हुए दौड़ने लगा, “रॅपन्ज़ेल…. रॅपन्ज़ेल”.
रॅपन्ज़ेल ने भी राजकुमार को देख लिया और दोनों मिल गए। राजकुमार की हालत देख रॅपन्ज़ेल (Rapunzel) रोने लगी और उसके आंसू जब राजकुमार की आँखों में गिरे, तो राजकुमार की आँखें ठीक हो गई. जादूगरनी के द्वारा रेगिस्तान में छोड़े जाने के कुछ समय रॅपन्ज़ेल ने एक लड़का और एक लड़की को जन्म दिया था. इधर रॅपन्ज़ेल के बाल भी बड़े हो चुके थे। राजकुमार से मिलने के बाद महल आ गये और वहाँ ख़ुशी से रहने लगे.
उधर नीचे उतरने का कोई तरीका न होने की वजह से जादूगरनी भूकी प्यासी मारी गयी।
शिक्षा– ( Learnings from the story of Rapunzel in Hindi)
१) अंत भला तो सब भला।
२) बुराई कुछ समय परेशान कर सकती है पर कभी तो ख़ुशी आएगी ही
३) बुरा करने वाले का अंत भी बुरा ही होता है.
Rapunzel ki Kahani Ends. Read more stories
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